'शराब के नशे में डायरेक्टर दरवाजा खटखटाता था', जब इस नाबालिग एक्ट्रेस ने इंडस्ट्री में झेला हैरेसमेंट, सुनाई आपबीती
मलयालम एक्ट्रेस सुमा जयराम ने अपने साथ हुए खराब एक्सपीरियंस को शेयर किया है. उन्होंने बताया कि जब वो माइनर थीं तब उन्हें एक डायरेक्टर ने हैरेस करने की कोशिश की थी. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, हाल ही में दिए इंटरव्यू में सुमा ने बताया कि 90 के दशक में अगर एक्टर्स कॉम्प्रोमाइज करने के लिए तैयार नहीं होते थे तो उनके साथ से मौके निकल जाते थे. उन्होंने बताया कि कैसे अक्सर बिना किसी बातचीत के उनके रोल्स कम कर दिए जाते थे या फिर उन्हें बदल दिया जाता था. सुमा ने बताया कि ऐसा उन फिल्मों में भी होता था जो इंडस्ट्री के दिग्गजों डायरेक्ट करते थे. उन्होंने कहा, "जब सीन लंबे हो जाते थे, तो उन्हें छोटा कर दिया जाता था. तो जो भी मैंने एक्टिंग की उसे दो ही सीन तक सीमित कर दिया जाता था. इस तरह मैं छोटे-छोटे रोल्स तक सीमित रह गई.' 'कॉम्प्रोमाइज नहीं करोगी तो मौके हाथ से निकल जाएंगे' उन्होंने बताया कि एक प्वॉइंट पर इंडस्ट्री एक्ट्रेसेस के लिए अनसेफ रह गई थी. उन्होंने कहा, 'उस वक्त आज की तरह नहीं था. अब #MeToo है और इंडस्ट्री भी बहुत बदल गई है. लेकिन उन दिनों ये ऐसी नहीं थी. आपको बहुत त्याग करने पड़ते थे. अगर आप कॉम्प्रोमाइज नहीं करेगी तो आपके साथ से मौके निकल जाएंगे. कोई भी कुछ बोलता नहीं था क्योंकि सबकी फैमिली हैं. आज भी जो बोलता है उसके साथ से काम चला जाता है.' एक्ट्रेस ने बताया जब वो माइनर थी तब उनके साथ एक डरावना एक्सपीरियंस हुआ था. एक्ट्रेस ने कहा, 'मैं एक बार बड़े पॉपुलर डायरेक्टर के साथ शूट के लिए गई. मेरी मां मेरे साथ थी. शूट एक हफ्ते के लिए शेड्यूल था. मॉर्निंग शूट रैपअप करने के बाद शाम को मैं अपने कमरे में आई. 10 बजे के आसपास फेमस डायरेक्टर मेरे कमरे के बाहर आया और दरवाजा खटखटाने लगा. जब हमने खिड़की से देखा तो वो ही था. वो पूरे तरह नशे में था. मैं 16-17 साल की थी. मैं डरी हुई थी. थोड़ी देर दरवाजा खटखटाने के बाद डायरेक्टर चला गया था. अगले दिन शूटिंग लोकेशन पर हमने उसे गाली देते सुना. ऐसे एक्सपीरियंस ही हैं जो लोगों को चुप रहने पर मजबूर करते हैं.'
                                मलयालम एक्ट्रेस सुमा जयराम ने अपने साथ हुए खराब एक्सपीरियंस को शेयर किया है. उन्होंने बताया कि जब वो माइनर थीं तब उन्हें एक डायरेक्टर ने हैरेस करने की कोशिश की थी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, हाल ही में दिए इंटरव्यू में सुमा ने बताया कि 90 के दशक में अगर एक्टर्स कॉम्प्रोमाइज करने के लिए तैयार नहीं होते थे तो उनके साथ से मौके निकल जाते थे. उन्होंने बताया कि कैसे अक्सर बिना किसी बातचीत के उनके रोल्स कम कर दिए जाते थे या फिर उन्हें बदल दिया जाता था.
सुमा ने बताया कि ऐसा उन फिल्मों में भी होता था जो इंडस्ट्री के दिग्गजों डायरेक्ट करते थे. उन्होंने कहा, "जब सीन लंबे हो जाते थे, तो उन्हें छोटा कर दिया जाता था. तो जो भी मैंने एक्टिंग की उसे दो ही सीन तक सीमित कर दिया जाता था. इस तरह मैं छोटे-छोटे रोल्स तक सीमित रह गई.'
'कॉम्प्रोमाइज नहीं करोगी तो मौके हाथ से निकल जाएंगे'
उन्होंने बताया कि एक प्वॉइंट पर इंडस्ट्री एक्ट्रेसेस के लिए अनसेफ रह गई थी. उन्होंने कहा, 'उस वक्त आज की तरह नहीं था. अब #MeToo है और इंडस्ट्री भी बहुत बदल गई है. लेकिन उन दिनों ये ऐसी नहीं थी. आपको बहुत त्याग करने पड़ते थे. अगर आप कॉम्प्रोमाइज नहीं करेगी तो आपके साथ से मौके निकल जाएंगे. कोई भी कुछ बोलता नहीं था क्योंकि सबकी फैमिली हैं. आज भी जो बोलता है उसके साथ से काम चला जाता है.'
एक्ट्रेस ने बताया जब वो माइनर थी तब उनके साथ एक डरावना एक्सपीरियंस हुआ था. एक्ट्रेस ने कहा, 'मैं एक बार बड़े पॉपुलर डायरेक्टर के साथ शूट के लिए गई. मेरी मां मेरे साथ थी. शूट एक हफ्ते के लिए शेड्यूल था. मॉर्निंग शूट रैपअप करने के बाद शाम को मैं अपने कमरे में आई. 10 बजे के आसपास फेमस डायरेक्टर मेरे कमरे के बाहर आया और दरवाजा खटखटाने लगा. जब हमने खिड़की से देखा तो वो ही था. वो पूरे तरह नशे में था. मैं 16-17 साल की थी. मैं डरी हुई थी. थोड़ी देर दरवाजा खटखटाने के बाद डायरेक्टर चला गया था. अगले दिन शूटिंग लोकेशन पर हमने उसे गाली देते सुना. ऐसे एक्सपीरियंस ही हैं जो लोगों को चुप रहने पर मजबूर करते हैं.'
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