जब 80 साल की शर्मिला टैगोर अपनी कार छोड़ किसी अजनबी की बाइक पर बैठी, बेटी सोहा का ऐसा था रिएक्शन

बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने हाल ही में बंगाली फिल्म 'पुराटन' के साथ बड़े पर्दे पर वापसी की, उनकी ये वापसी चर्चाओं में बनी हुई है. शर्मिला की बेटी एक्ट्रेस सोहा अली खान ने खुलासा किया है कि उनकी मां दिल्ली में अकेली रहती हैं और उन्होनें शर्मिला से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया है कि कैसे किसी इवेंट पर पहुँचने के लिए  उनकी मां ने रास्ते में अजनबियों से मदद ली थी. शर्मिला टैगोर को दिल्ली में रहना पसंद है हाल ही में नयनदीप रक्षित के एक पॉडकास्ट में सोहा ने बताया कि उनकी मां शर्मिला दिल्ली में रहना पसंद करती हैं और बार-बार कहने के बावजूद भी मुंबई वापस जाने के लिए तैयार नही होती हैं. सोहा ने ये भी बात की कि उनकी मां कमबैक के बाद फिल्मों में काम करने को लेकर थोड़ा कंफ्यूज हैं. वो फिल्मों में काम जारी रखेंगी या नहीं इसे लेकर कुछ सुनिश्चित नहीं है. सोहा ने बताया कि वो एक तरफ कहती हैं कि वो अब काम नहीं करेंगी, और अगले ही पल वो कोई ऐसी स्क्रिप्ट ढूंढ़ लेती हैं जो उन्हें उत्साहित कर दे.           View this post on Instagram                       A post shared by Saba Pataudi (@sabapataudi) किसी अनजान के साथ बाइक पर सवार हुईं शर्मिलासोहा ने अपनी मां शर्मिला की एक मजेदार बात याद करते हुए कहा, “मां एक किताब के लॉन्च इवेंट पर जा रही थीं, लेकिन रास्ते में बहुत ट्रैफिक था. इसलिए वो कार से उतर गईं और एक स्कूटर पर जा रही महिला से कहा कि मुझे इवेंट के पास तक छोड़ दो. फिर रास्ते में उस स्कूटर से उतरीं और किसी और की बाइक रोक ली, ताकि जल्दी पहुंच सकें. मैं सोच रही थी ‘अम्मा, आप 80 साल की हैं और ये दिल्ली की सड़कों पर कर रही हैं.’ सोहा ने आगे बताया कि उस इंसान ने मां को आधे रास्ते में ही छोड़ दिया था. इसके बाद वो किताब लॉन्च के लिए बाकी रास्ता पैदल चलकर गईं. सोहा ने बताया कि ये किस्सा उन्हें खुद शर्मिला ने ही साझा किया था. 18 साल बाद बंगाली सिनेमा में की वापसीबता दें कि, कुछ समय पहले शर्मिला को फेफड़ों के कैंसर के बारें में का पता चला था. हालांकि, ये अभी शुरुआती स्टेज पर ही था. इसलिए उन्हें कीमोथैरेपी नहीं करवानी पड़ी और कैंसर को सर्जरी से हटा दिया गया. ठीक होने के बाद शर्मिला ने सुमन घोष की मनोवैज्ञानिक ड्रामा फिल्म 'पुरातन' के साथ 18 साल बाद बंगाली सिनेमा में वापसी की. ये फिल्म साल की पांचवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बंगाली फिल्म बन गई है. उनके काम की भी काफी तारीफ हो रही है.  इससे पहले शर्मिला फिल्म ‘गुलमोहर’ में नजर आई थीं. इस फिल्म में उनके साथ मनोज बाजपेयी लीड रोल में थे. इस फिल्म को भी काफी सराहा गया था.

Oct 8, 2025 - 11:30
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जब 80 साल की शर्मिला टैगोर अपनी कार छोड़ किसी अजनबी की बाइक पर बैठी, बेटी सोहा का ऐसा था रिएक्शन

बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने हाल ही में बंगाली फिल्म 'पुराटन' के साथ बड़े पर्दे पर वापसी की, उनकी ये वापसी चर्चाओं में बनी हुई है. शर्मिला की बेटी एक्ट्रेस सोहा अली खान ने खुलासा किया है कि उनकी मां दिल्ली में अकेली रहती हैं और उन्होनें शर्मिला से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया है कि कैसे किसी इवेंट पर पहुँचने के लिए  उनकी मां ने रास्ते में अजनबियों से मदद ली थी.

शर्मिला टैगोर को दिल्ली में रहना पसंद है
हाल ही में नयनदीप रक्षित के एक पॉडकास्ट में सोहा ने बताया कि उनकी मां शर्मिला दिल्ली में रहना पसंद करती हैं और बार-बार कहने के बावजूद भी मुंबई वापस जाने के लिए तैयार नही होती हैं. सोहा ने ये भी बात की कि उनकी मां कमबैक के बाद फिल्मों में काम करने को लेकर थोड़ा कंफ्यूज हैं. वो फिल्मों में काम जारी रखेंगी या नहीं इसे लेकर कुछ सुनिश्चित नहीं है. सोहा ने बताया कि वो एक तरफ कहती हैं कि वो अब काम नहीं करेंगी, और अगले ही पल वो कोई ऐसी स्क्रिप्ट ढूंढ़ लेती हैं जो उन्हें उत्साहित कर दे.

 
 
 
 
 
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किसी अनजान के साथ बाइक पर सवार हुईं शर्मिला
सोहा ने अपनी मां शर्मिला की एक मजेदार बात याद करते हुए कहा, “मां एक किताब के लॉन्च इवेंट पर जा रही थीं, लेकिन रास्ते में बहुत ट्रैफिक था. इसलिए वो कार से उतर गईं और एक स्कूटर पर जा रही महिला से कहा कि मुझे इवेंट के पास तक छोड़ दो. फिर रास्ते में उस स्कूटर से उतरीं और किसी और की बाइक रोक ली, ताकि जल्दी पहुंच सकें. मैं सोच रही थी ‘अम्मा, आप 80 साल की हैं और ये दिल्ली की सड़कों पर कर रही हैं.’

सोहा ने आगे बताया कि उस इंसान ने मां को आधे रास्ते में ही छोड़ दिया था. इसके बाद वो किताब लॉन्च के लिए बाकी रास्ता पैदल चलकर गईं. सोहा ने बताया कि ये किस्सा उन्हें खुद शर्मिला ने ही साझा किया था.

18 साल बाद बंगाली सिनेमा में की वापसी
बता दें कि, कुछ समय पहले शर्मिला को फेफड़ों के कैंसर के बारें में का पता चला था. हालांकि, ये अभी शुरुआती स्टेज पर ही था. इसलिए उन्हें कीमोथैरेपी नहीं करवानी पड़ी और कैंसर को सर्जरी से हटा दिया गया. ठीक होने के बाद शर्मिला ने सुमन घोष की मनोवैज्ञानिक ड्रामा फिल्म 'पुरातन' के साथ 18 साल बाद बंगाली सिनेमा में वापसी की.

ये फिल्म साल की पांचवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बंगाली फिल्म बन गई है. उनके काम की भी काफी तारीफ हो रही है.  इससे पहले शर्मिला फिल्म ‘गुलमोहर’ में नजर आई थीं. इस फिल्म में उनके साथ मनोज बाजपेयी लीड रोल में थे. इस फिल्म को भी काफी सराहा गया था.

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