एक सदी से पुराने बॉलीवुड इतिहास की पहली फिल्म, जो पूरे 2000 दिनों तक चलती रही सिनेमाघरों में
ठीक 50 साल पहले 15 अगस्त 1975 को जय-वीरू की दोस्ती, गब्बर की दरिंदगी और ठाकुर के बदले की कहानी सिनेमाहॉल में दिखी थी. इस कहानी को 'शोले' नाम से सिनेमाहॉल में उतारा गया. फिल्म आते ही फ्लॉप कही जाने लगी. लेकिन धीरे-धीरे लोगों में इसका नशा चढ़ना शुरू हुआ और फिर जो हुआ वो इतिहास है. इस फिल्म में कई प्रयोग किए गए थे. इससे पहले किसी बॉलीवुड फिल्म में इतने धमाकेदार स्टंट और दुर्लभ स्टीरियोफोनिक साउंड का इस्तेमाल नहीं हुआ था. इस फिल्म को शूट करने के लिए पैनेविजन लेंस मंगवाए गए थे जो इसे और भव्य बना रहे थे. उस जमाने में जब गोल्डन जुबिली और सिल्वर जुबिली से फिल्म की सफलता को आंका जाता था. 'शोले' ने 60 गोल्डन जुबिली ( किसी सिंगल थिएटर में 50 हफ्ते) और 100 सिल्वर जुबिली ( किसी सिंगल थिएटर में 25 हफ्ते) पूरी की थी. 'शोले' ने गोल्डन और सिल्वर जुबिली में गढ़े नए आयाम 'शोले' ने 286 हफ्तों तक सिनेमाहॉल में लगे रहने का रिकॉर्ड बनाया. फिल्म ने 100 से ज्यादा थिएटर्स में सिल्वर जुबिली मनाई. ये तो कुछ नहीं है. फिल्म के गोल्डन जुबिली से जुड़ा रिकॉर्ड सुनेंगे तो सच में हैरानी होगी. 'शोले' ने 60 गोल्डन जुबिली पूरी की थी. ये अपने आप में इतिहास है क्योंकि इससे पहले किसी भी फिल्म ने ऐसा नहीं किया था. फिल्म के 286 हफ्तों को अगर साल में कन्वर्ट करें तो ये 5 साल से ज्यादा होता है. इसे अगर दिनों में कन्वर्ट करें तो ये 2002 दिन होते हैं. यानी कोई फिल्म 2000 दिनों से ज्यादा समय तक सिनेमाहॉल से उतरी ही नहीं. इसी वजह से धर्मेंद्र इस फिल्म को दुनिया का आठवां अजूबा कहते हैं. तो वहीं अमिताभ कहते हैं कि ये फिल्म जब रिलीज हुई तो किसी को भी अंदाजा नहीं था कि मील का पत्थर साबित हो जाएगी. बता दें उस समय 3 करोड़ में बनी इस फिल्म के 4के वर्जन को 6 सितंबर को 50वीं वर्षगांठ पूरी होने के बाद टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा.

ठीक 50 साल पहले 15 अगस्त 1975 को जय-वीरू की दोस्ती, गब्बर की दरिंदगी और ठाकुर के बदले की कहानी सिनेमाहॉल में दिखी थी. इस कहानी को 'शोले' नाम से सिनेमाहॉल में उतारा गया. फिल्म आते ही फ्लॉप कही जाने लगी. लेकिन धीरे-धीरे लोगों में इसका नशा चढ़ना शुरू हुआ और फिर जो हुआ वो इतिहास है.
इस फिल्म में कई प्रयोग किए गए थे. इससे पहले किसी बॉलीवुड फिल्म में इतने धमाकेदार स्टंट और दुर्लभ स्टीरियोफोनिक साउंड का इस्तेमाल नहीं हुआ था. इस फिल्म को शूट करने के लिए पैनेविजन लेंस मंगवाए गए थे जो इसे और भव्य बना रहे थे.
उस जमाने में जब गोल्डन जुबिली और सिल्वर जुबिली से फिल्म की सफलता को आंका जाता था. 'शोले' ने 60 गोल्डन जुबिली ( किसी सिंगल थिएटर में 50 हफ्ते) और 100 सिल्वर जुबिली ( किसी सिंगल थिएटर में 25 हफ्ते) पूरी की थी.
'शोले' ने गोल्डन और सिल्वर जुबिली में गढ़े नए आयाम
'शोले' ने 286 हफ्तों तक सिनेमाहॉल में लगे रहने का रिकॉर्ड बनाया. फिल्म ने 100 से ज्यादा थिएटर्स में सिल्वर जुबिली मनाई. ये तो कुछ नहीं है. फिल्म के गोल्डन जुबिली से जुड़ा रिकॉर्ड सुनेंगे तो सच में हैरानी होगी.
- 'शोले' ने 60 गोल्डन जुबिली पूरी की थी. ये अपने आप में इतिहास है क्योंकि इससे पहले किसी भी फिल्म ने ऐसा नहीं किया था.
- फिल्म के 286 हफ्तों को अगर साल में कन्वर्ट करें तो ये 5 साल से ज्यादा होता है. इसे अगर दिनों में कन्वर्ट करें तो ये 2002 दिन होते हैं.
- यानी कोई फिल्म 2000 दिनों से ज्यादा समय तक सिनेमाहॉल से उतरी ही नहीं. इसी वजह से धर्मेंद्र इस फिल्म को दुनिया का आठवां अजूबा कहते हैं. तो वहीं अमिताभ कहते हैं कि ये फिल्म जब रिलीज हुई तो किसी को भी अंदाजा नहीं था कि मील का पत्थर साबित हो जाएगी.
बता दें उस समय 3 करोड़ में बनी इस फिल्म के 4के वर्जन को 6 सितंबर को 50वीं वर्षगांठ पूरी होने के बाद टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा.
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