जब जाह्नवी कपूर ने अपनी मां से जताई थी एक्ट्रेस बनने की इच्छा, श्रीदेवी बोली थीं- 'मैं अपने सबसे बड़े दुश्मन के लिए...'
जाह्नवी कपूर ने पर्दे पर 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' से कमबैक किया है. उनकी ये फिल्म आज 2 अक्टूबर को रिलीज हुई है. एक्ट्रेस इस फिल्म में ग्लैम अवतार में नजर आ रही हैं. वहीं एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्होंने अपन मां से एक्ट्रेस बनने की इच्छा जताई थी तो उन्होंने क्या कहा था? श्रीदेवी से तुलना होने पर जाह्नवी कपूर ने क्या कहा? ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू के दौरान जाह्नवी कपूर, वरुण धवन और डायरेक्टर शशांक खेतान ने 'सनी संस्कारी...' के बारे में बात की. इस दौरान जाह्नवी ने अपने सफर के बारे में भी बात की और जब उनसे मां श्रीदेवी से उनकी तुलना के बारे में पूछा गया, तो वरुण ने पहले जवाब दिया. वरुण ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि उनकी तुलना उनकी मां से की जाती है." जान्हवी चौंक गईं और बोलीं, "हां हां वरुण, आप क्या कह रहे हैं?" वरुण ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि उनकी तुलना उनके कंटेम्परीज से ज्यादा की जाती है. यही रियल तुलना है जो फिल्म बनाने वाले लोग कर रहे हैं." जाह्नवी ने श्रीदेवी से एक्ट्रेस बनने की जताई थी इच्छाजब जाह्नवी से पूछा गया कि श्रीदेवी से तुलना किए जाने पर उन्हें कैसा लगता है, तो उन्होंने जवाब दिया. "जब मैंने मां से कहा कि मैं एक अभिनेत्री बनना चाहती हूं, तो उन्होंने मुझसे कहा, तुम्हारी तुलना मेरी पहली या दूसरी फिल्म से नहीं की जाएगी. तुम्हारी तुलना मेरी 300वीं फिल्म से की जाएगी, जो मैं अपने सबसे बुरे दुश्मन के लिए भी नहीं चाहूंगी. धीरे-धीरे मुझे इसकी अहमियत समझ आने लगी." जाह्नवी ने आगे कहा, “तो, मैं यही कर रही हूं, हालांकि, मुझे नहीं लगता कि किसी के लिए भी उस तरह का आउटपुट पाना मुमकिन है, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे सामने ऐसी विरासत होने से मैं ज़्यादा ज़िम्मेदार बनती हूं और खुद को एक्टिव रखती हूं, और अगर यही मुझे एक बेहतर एक्टर बनाता है, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है.” अपनी पसंद में डायवर्सिटी को लेकर क्या बोलीं जाह्नवी कपूरउन्होंने अपनी पसंद में डायवर्सिटी के बारे में भी बताया और कहा, “मेरे लिए यह हिम्मत की बात नहीं, बल्कि ज़िंदगी जीने की बात है. मुझे उम्मीद है कि मैं बनावटी नहीं लग रही हूं, लेकिन एक कलाकार के तौर पर मुझे नहीं लगता कि मैं सिर्फ़ एक ही रास्ते पर चलकर टिक पाऊंगी.'सनी संस्कारी...' जैसी फ़िल्म करते हुए मुझे बहुत खुशी और उत्साह मिला. साथ ही, 'होमबाउंड' जैसी फ़िल्म करते हुए मुझे जो शांति और आनंद मिला, वह भी उतना ही संतोषजनक था. लेकिन अगर मैं सिर्फ़ एक ही रास्ते पर चलती रही, तो मैं खुद से बहुत ऊब जाऊंगी, मुझे लगता है कि एक कलाकार की यही एक परिभाषा है, अलग-अलग चीज़ें आज़माना.”

जाह्नवी कपूर ने पर्दे पर 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' से कमबैक किया है. उनकी ये फिल्म आज 2 अक्टूबर को रिलीज हुई है. एक्ट्रेस इस फिल्म में ग्लैम अवतार में नजर आ रही हैं. वहीं एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्होंने अपन मां से एक्ट्रेस बनने की इच्छा जताई थी तो उन्होंने क्या कहा था?
श्रीदेवी से तुलना होने पर जाह्नवी कपूर ने क्या कहा?
ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू के दौरान जाह्नवी कपूर, वरुण धवन और डायरेक्टर शशांक खेतान ने 'सनी संस्कारी...' के बारे में बात की. इस दौरान जाह्नवी ने अपने सफर के बारे में भी बात की और जब उनसे मां श्रीदेवी से उनकी तुलना के बारे में पूछा गया, तो वरुण ने पहले जवाब दिया. वरुण ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि उनकी तुलना उनकी मां से की जाती है." जान्हवी चौंक गईं और बोलीं, "हां हां वरुण, आप क्या कह रहे हैं?" वरुण ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि उनकी तुलना उनके कंटेम्परीज से ज्यादा की जाती है. यही रियल तुलना है जो फिल्म बनाने वाले लोग कर रहे हैं."
जाह्नवी ने श्रीदेवी से एक्ट्रेस बनने की जताई थी इच्छा
जब जाह्नवी से पूछा गया कि श्रीदेवी से तुलना किए जाने पर उन्हें कैसा लगता है, तो उन्होंने जवाब दिया. "जब मैंने मां से कहा कि मैं एक अभिनेत्री बनना चाहती हूं, तो उन्होंने मुझसे कहा, तुम्हारी तुलना मेरी पहली या दूसरी फिल्म से नहीं की जाएगी. तुम्हारी तुलना मेरी 300वीं फिल्म से की जाएगी, जो मैं अपने सबसे बुरे दुश्मन के लिए भी नहीं चाहूंगी. धीरे-धीरे मुझे इसकी अहमियत समझ आने लगी."
जाह्नवी ने आगे कहा, “तो, मैं यही कर रही हूं, हालांकि, मुझे नहीं लगता कि किसी के लिए भी उस तरह का आउटपुट पाना मुमकिन है, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे सामने ऐसी विरासत होने से मैं ज़्यादा ज़िम्मेदार बनती हूं और खुद को एक्टिव रखती हूं, और अगर यही मुझे एक बेहतर एक्टर बनाता है, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है.”
अपनी पसंद में डायवर्सिटी को लेकर क्या बोलीं जाह्नवी कपूर
उन्होंने अपनी पसंद में डायवर्सिटी के बारे में भी बताया और कहा, “मेरे लिए यह हिम्मत की बात नहीं, बल्कि ज़िंदगी जीने की बात है. मुझे उम्मीद है कि मैं बनावटी नहीं लग रही हूं, लेकिन एक कलाकार के तौर पर मुझे नहीं लगता कि मैं सिर्फ़ एक ही रास्ते पर चलकर टिक पाऊंगी.'सनी संस्कारी...' जैसी फ़िल्म करते हुए मुझे बहुत खुशी और उत्साह मिला. साथ ही, 'होमबाउंड' जैसी फ़िल्म करते हुए मुझे जो शांति और आनंद मिला, वह भी उतना ही संतोषजनक था. लेकिन अगर मैं सिर्फ़ एक ही रास्ते पर चलती रही, तो मैं खुद से बहुत ऊब जाऊंगी, मुझे लगता है कि एक कलाकार की यही एक परिभाषा है, अलग-अलग चीज़ें आज़माना.”
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