इन 5 वजहों से 'एक दीवाने की दीवानियत' ने रची सफलता की नई परिभाषा
साल जाते-जाते एक ऐसी फिल्म थिएटर्स में आई जिसे लेकर किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि दिन बीतने के साथ वो 'थामा' जैसी बड़ी फिल्म को भी टक्कर देने लगेगी. फिल्म में हर्षवर्धन राणे और सोनम बाजवा की जोड़ी पहली बार बनी है और इस जोड़ी ने बॉक्स ऑफिस पर गदर काटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. जिस फिल्म का न प्रमोशन हुआ और न ही रिलीज से पहले कोई खास बात हुई, वो रिलीज होते ही बवाल कर गई, कैसे? फिल्म सिर्फ हफ्ते भर में सफल फिल्मों में शामिल हो चुकी है और इसकी कई वजहें हैं जिनपर नजर डाल लीजिए. 'एक दीवाने के दीवानियत' के सफल होने की 5 वजहें 1- फिल्म का रिव्यू और पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ: इस फिल्म को क्रिटिक्स ने अच्छी फिल्म बताया. एबीपी न्यूज ने अपने रिव्यू में इसे जुनूनियत से भरी फिल्म बताया और 3 स्टार दिए. इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी दर्शकों ने फिल्म को लेकर पॉजिटिव रिएक्शन दिए, जो फिल्म में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए काफी था. 2- फिल्म का बजट: अक्षय कुमरा की फिल्म 'हाउसफुल 5' से लेकर 'जॉली एलएलबी 3' जैसी फिल्में 100 करोड़ी बनकर भी हिट नहीं बन पाईं. इसकी खास वजह इनका बड़ा बजट रहा. वहीं 'लोका चैप्टर 1' और 'सु फ्रॉम सो' जैसी फिल्में ब्लॉकबस्टर हो गईं क्योंकि इन्होंने छोटा बजट होने की वजह से जितनी भी कमाई की वो इनके लिए प्लस होता चला गया. यही बात 'दीवानियत' में भी लागू होती है. फिल्म को सिर्फ 25 करोड़ के बजट में तैयार किया गया है और फिल्म अब तक 45 करोड़ के करीब इंडिया में और वर्ल्डवाइड 50 करोड़ के ऊपर कमा चुकी है. यानी फिल्म किसी भी दिन बॉक्स ऑफिस पर दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर पाई फिर भी हिट हो गई. 3- प्रमोशन को लेकर मेकर्स की स्ट्रैटजी: 'सैयारा' रिलीज होने से पहले फिल्म को लेकर न तो बात की गई और न ही इसके एक्टर लोगों के सामने आए. जब फिल्म रिलीज हुई तो साल की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल हो गई. फिल्म का प्रमोशन दर्शकों ने किया न कि मेकर्स ने. बिल्कुल इसी तरह इस फिल्म के प्रमोशन में एक भी रुपया रिलीज के पहले खर्च नहीं किया गया. अब खुद हर्षवर्धन राणे सिर्फ एक छोटी सी वैन लेकर देशभर में घूम रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं. प्रमोशन का ये तरीका थोड़ा कैजुअल जरूर है, लेकिन सुपरहिट साबित हुआ है. View this post on Instagram A post shared by Harshvardhan Rane (@harshvardhanrane) 4- 'सनम तेरी कसम' की री-रिलीज ने बना दिया हर्षवर्धन को ब्रांड: हर्षवर्धन राणे की 2016 की महाफ्लॉप फिल्म 'सनम तेरी कसम' को दोबारा रिलीज किया गया तो इसने 42 करोड़ के आसपास कमाई करते हुए रिकॉर्ड बना दिया. फिल्म सुपरहिट हो गई. दर्शकों ने फिल्म को कल्ट का टैग दिया. अब वैसे ही जुनून से भरे प्यार वाली कहानी दोबारा देखने को मिली, वो भी हर्षवर्धन के साथ तो ये फैंस के लिए एक बड़े ऑफर की तरह था. जाहिर है लोग फिल्म देखने जाने लगे. 5- 'सैयारा' भी बनी बड़ी वजह: अहान पांडे और अनीत पड्डा की फ्रेश लव स्टोरी वो भी मोहित सूरी स्टाइल में! मतलब बस कमाल और कुछ नहीं. लोगों को बहुत दिनों से 'एक विलेन', 'जन्नत' और 'आशिकी 2' जैसी फिल्मों का इंतजार था. वैसी ही फिल्म आ गई और लोगों ने उसे सिर-आंखों पर बिठा लिया. बिल्कुल वैसे ही जब 'एक दीवाने की दीवानियत' रिलीज हुई तो जेन जी से लेकर मिलेनियल तक, हर तरह का दर्शक वर्ग फिल्म देखने के लिए पहुंचने लगा. साफ है कि ये 5 वजहें इस फिल्म को बड़ा बनाने के लिए काफी हैं.
साल जाते-जाते एक ऐसी फिल्म थिएटर्स में आई जिसे लेकर किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि दिन बीतने के साथ वो 'थामा' जैसी बड़ी फिल्म को भी टक्कर देने लगेगी. फिल्म में हर्षवर्धन राणे और सोनम बाजवा की जोड़ी पहली बार बनी है और इस जोड़ी ने बॉक्स ऑफिस पर गदर काटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
जिस फिल्म का न प्रमोशन हुआ और न ही रिलीज से पहले कोई खास बात हुई, वो रिलीज होते ही बवाल कर गई, कैसे? फिल्म सिर्फ हफ्ते भर में सफल फिल्मों में शामिल हो चुकी है और इसकी कई वजहें हैं जिनपर नजर डाल लीजिए.
'एक दीवाने के दीवानियत' के सफल होने की 5 वजहें
1- फिल्म का रिव्यू और पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ: इस फिल्म को क्रिटिक्स ने अच्छी फिल्म बताया. एबीपी न्यूज ने अपने रिव्यू में इसे जुनूनियत से भरी फिल्म बताया और 3 स्टार दिए. इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी दर्शकों ने फिल्म को लेकर पॉजिटिव रिएक्शन दिए, जो फिल्म में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए काफी था.
2- फिल्म का बजट: अक्षय कुमरा की फिल्म 'हाउसफुल 5' से लेकर 'जॉली एलएलबी 3' जैसी फिल्में 100 करोड़ी बनकर भी हिट नहीं बन पाईं. इसकी खास वजह इनका बड़ा बजट रहा. वहीं 'लोका चैप्टर 1' और 'सु फ्रॉम सो' जैसी फिल्में ब्लॉकबस्टर हो गईं क्योंकि इन्होंने छोटा बजट होने की वजह से जितनी भी कमाई की वो इनके लिए प्लस होता चला गया.
यही बात 'दीवानियत' में भी लागू होती है. फिल्म को सिर्फ 25 करोड़ के बजट में तैयार किया गया है और फिल्म अब तक 45 करोड़ के करीब इंडिया में और वर्ल्डवाइड 50 करोड़ के ऊपर कमा चुकी है. यानी फिल्म किसी भी दिन बॉक्स ऑफिस पर दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर पाई फिर भी हिट हो गई.
3- प्रमोशन को लेकर मेकर्स की स्ट्रैटजी: 'सैयारा' रिलीज होने से पहले फिल्म को लेकर न तो बात की गई और न ही इसके एक्टर लोगों के सामने आए. जब फिल्म रिलीज हुई तो साल की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल हो गई. फिल्म का प्रमोशन दर्शकों ने किया न कि मेकर्स ने.
बिल्कुल इसी तरह इस फिल्म के प्रमोशन में एक भी रुपया रिलीज के पहले खर्च नहीं किया गया. अब खुद हर्षवर्धन राणे सिर्फ एक छोटी सी वैन लेकर देशभर में घूम रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं. प्रमोशन का ये तरीका थोड़ा कैजुअल जरूर है, लेकिन सुपरहिट साबित हुआ है.
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4- 'सनम तेरी कसम' की री-रिलीज ने बना दिया हर्षवर्धन को ब्रांड: हर्षवर्धन राणे की 2016 की महाफ्लॉप फिल्म 'सनम तेरी कसम' को दोबारा रिलीज किया गया तो इसने 42 करोड़ के आसपास कमाई करते हुए रिकॉर्ड बना दिया.
फिल्म सुपरहिट हो गई. दर्शकों ने फिल्म को कल्ट का टैग दिया. अब वैसे ही जुनून से भरे प्यार वाली कहानी दोबारा देखने को मिली, वो भी हर्षवर्धन के साथ तो ये फैंस के लिए एक बड़े ऑफर की तरह था. जाहिर है लोग फिल्म देखने जाने लगे.
5- 'सैयारा' भी बनी बड़ी वजह: अहान पांडे और अनीत पड्डा की फ्रेश लव स्टोरी वो भी मोहित सूरी स्टाइल में! मतलब बस कमाल और कुछ नहीं. लोगों को बहुत दिनों से 'एक विलेन', 'जन्नत' और 'आशिकी 2' जैसी फिल्मों का इंतजार था. वैसी ही फिल्म आ गई और लोगों ने उसे सिर-आंखों पर बिठा लिया.
बिल्कुल वैसे ही जब 'एक दीवाने की दीवानियत' रिलीज हुई तो जेन जी से लेकर मिलेनियल तक, हर तरह का दर्शक वर्ग फिल्म देखने के लिए पहुंचने लगा. साफ है कि ये 5 वजहें इस फिल्म को बड़ा बनाने के लिए काफी हैं.
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