12 घंटे तक बिना शिकायत काम करती हैं रश्मिका मंदाना, 'थामा' डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार ने की तारीफ
फिल्म ‘थामा’ के डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार इन दिनों आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म की सफलता का जश्न मना रहे हैं. दिवाली के मौके पर रिलीज हुई इस फिल्म को दर्शकों से शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. हाल ही में डायरेक्टर ने बताया कि कैसे आजकल एक्टर्स फिक्स वर्किंग ऑवर्स की डिमांड कर रहे हैं और इसका असर उनके काम करने के तरीके पर पड़ता है. उन्होंने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और वर्किंग ऑवर्स की अहमियत बताई. आदित्य सरपोतदार ने कहा न्यूज 18 से बात करते हुए आदित्य सरपोतदार ने कहा कि काम के घंटे फिक्स होना बहुत जरूरी है. उन्होंने बताया कि कई बार यह मान लिया जाता है कि सभी 24 घंटे काम करेंगे जिससे फिजिकली और मेंटली रूप से थकावट होती है. डायरेक्टर के मुताबिक, शूटिंग के दौरान 12 घंटे की शिफ्ट ठीक और समझदारी भरी है, लेकिन इससे ज्यादा काम करना सही नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कई बार लोगों को शूट के बीच घर जाने तक का मौका नहीं मिलता, जो बिल्कुल सही नही है. दीपिका पादुकोण को लेकर की बातआदित्य सरपोतदार ने दीपिका पादुकोण की फिक्स वर्किंग ऑवर्स की मांग पर बात करते हुए कहा, ऐसे अनुरोधों के पीछे की वजह को समझना जरूरी है. उन्होंने बताया कि एक्टर्स को कैमरे पर एक खास लुक बनाए रखना होता है, इसलिए उनकी इस मांग के पीछे की सोच पर ध्यान देना चाहिए. आदित्य सरपोतदार ने कहा, “एक एक्टर के तौर पर आपको कैमरे पर एक खास तरीके से दिखना होता है. इसलिए जब दीपिका ने 8 घंटे की वर्किंग लिमिट की बात उठाई, तो हमें ये समझना चाहिए कि इसकी वजह क्या है. बिना वजह कोई मांग नहीं करता, इसलिए इसे समझना ज़रूरी है.” उन्होंने आगे कहा कि ये पूरी तरह पर्सनल चॉइस होती है और डायरेक्टर की जिम्मेदारी है कि वह अपने एक्टर्स की कंफर्ट का ध्यान रखे.           View this post on Instagram                       A post shared by Rashmika Mandanna (@rashmika_mandanna) एक्टर्स की केयर करना हमारी जिम्मेदारी हैआदित्य ने एग्जांपल देते हुए बताया, “जब परेश रावल जी फिल्म से जुड़े, तब उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. एक वक्त पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने उन्हें आराम करने को कहा है. तब हमने उनसे कहा, ‘सर, हम कम टाइम में आपका काम खत्म कर देंगे.’ एक्टर्स की केयर करना हमारी जिम्मेदारी है.” आदित्य ने की एक्ट्रेस रश्मिका की तारीफरश्मिका मंदाना को लेकर डायरेक्टर ने बताया, “रश्मिका 12 घंटे तक काम करती हैं, लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की. शायद वह अभी अपने करियर के उस फेज में हैं जहां वह ये कर सकती हैं, लेकिन ऐसा सभी पर लागू नहीं किया जा सकता. मेरा मानना है कि एक्टर और डायरेक्टर अगर एक ही पेज पर हों, तभी साथ काम करना चाहिए.” फिल्म थामा के बारे में‘थामा’ एक रोमांटिक कॉमेडी हॉरर फिल्म है, जिसका निर्देशन आदित्य सरपोतदार ने किया है. फिल्म में आयुष्मान खुराना ‘आलोक’ के किरदार में नजर आएंगे, जो एक जर्नलिस्ट है और जंगल में वैम्पायर 'ताड़का'(रश्मिका मंदाना) से आमना-सामना करता है. ताड़का उसकी जान तो बचा लेती है, लेकिन इसके बाद आलोक खुद वैम्पायर जैसी शक्तियों वाला इंसान बन जाता है. कहानी में आलोक को इंसानियत को बचाने के लिए प्राचीन बुरी ताकतों से लड़ना पड़ता है, जिसमें उसकी मदद नवाजुद्दीन सिद्दीकी का किरदार ‘यक्षासन’ करता है.
                                फिल्म ‘थामा’ के डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार इन दिनों आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म की सफलता का जश्न मना रहे हैं. दिवाली के मौके पर रिलीज हुई इस फिल्म को दर्शकों से शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है.
हाल ही में डायरेक्टर ने बताया कि कैसे आजकल एक्टर्स फिक्स वर्किंग ऑवर्स की डिमांड कर रहे हैं और इसका असर उनके काम करने के तरीके पर पड़ता है. उन्होंने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और वर्किंग ऑवर्स की अहमियत बताई.
आदित्य सरपोतदार ने कहा 
न्यूज 18 से बात करते हुए आदित्य सरपोतदार ने कहा कि काम के घंटे फिक्स होना बहुत जरूरी है. उन्होंने बताया कि कई बार यह मान लिया जाता है कि सभी 24 घंटे काम करेंगे जिससे फिजिकली और मेंटली रूप से थकावट होती है.
डायरेक्टर के मुताबिक, शूटिंग के दौरान 12 घंटे की शिफ्ट ठीक और समझदारी भरी है, लेकिन इससे ज्यादा काम करना सही नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कई बार लोगों को शूट के बीच घर जाने तक का मौका नहीं मिलता, जो बिल्कुल सही नही है.
दीपिका पादुकोण को लेकर की बात
आदित्य सरपोतदार ने दीपिका पादुकोण की फिक्स वर्किंग ऑवर्स की मांग पर बात करते हुए कहा, ऐसे अनुरोधों के पीछे की वजह को समझना जरूरी है. उन्होंने बताया कि एक्टर्स को कैमरे पर एक खास लुक बनाए रखना होता है, इसलिए उनकी इस मांग के पीछे की सोच पर ध्यान देना चाहिए.
आदित्य सरपोतदार ने कहा, “एक एक्टर के तौर पर आपको कैमरे पर एक खास तरीके से दिखना होता है. इसलिए जब दीपिका ने 8 घंटे की वर्किंग लिमिट की बात उठाई, तो हमें ये समझना चाहिए कि इसकी वजह क्या है. बिना वजह कोई मांग नहीं करता, इसलिए इसे समझना ज़रूरी है.” उन्होंने आगे कहा कि ये पूरी तरह पर्सनल चॉइस होती है और डायरेक्टर की जिम्मेदारी है कि वह अपने एक्टर्स की कंफर्ट का ध्यान रखे.
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एक्टर्स की केयर करना हमारी जिम्मेदारी है
आदित्य ने एग्जांपल देते हुए बताया, “जब परेश रावल जी फिल्म से जुड़े, तब उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. एक वक्त पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने उन्हें आराम करने को कहा है. तब हमने उनसे कहा, ‘सर, हम कम टाइम में आपका काम खत्म कर देंगे.’ एक्टर्स की केयर करना हमारी जिम्मेदारी है.”
आदित्य ने की एक्ट्रेस रश्मिका की तारीफ
रश्मिका मंदाना को लेकर डायरेक्टर ने बताया, “रश्मिका 12 घंटे तक काम करती हैं, लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की. शायद वह अभी अपने करियर के उस फेज में हैं जहां वह ये कर सकती हैं, लेकिन ऐसा सभी पर लागू नहीं किया जा सकता. मेरा मानना है कि एक्टर और डायरेक्टर अगर एक ही पेज पर हों, तभी साथ काम करना चाहिए.”
फिल्म थामा के बारे में
‘थामा’ एक रोमांटिक कॉमेडी हॉरर फिल्म है, जिसका निर्देशन आदित्य सरपोतदार ने किया है. फिल्म में आयुष्मान खुराना ‘आलोक’ के किरदार में नजर आएंगे, जो एक जर्नलिस्ट है और जंगल में वैम्पायर 'ताड़का'(रश्मिका मंदाना) से आमना-सामना करता है.
ताड़का उसकी जान तो बचा लेती है, लेकिन इसके बाद आलोक खुद वैम्पायर जैसी शक्तियों वाला इंसान बन जाता है. कहानी में आलोक को इंसानियत को बचाने के लिए प्राचीन बुरी ताकतों से लड़ना पड़ता है, जिसमें उसकी मदद नवाजुद्दीन सिद्दीकी का किरदार ‘यक्षासन’ करता है.
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