एक्ट्रेस के प्यार में दीवाना हो गया था ये एक्टर, बीवी-बच्चे छोड़ चलाया एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, आज तक होती है चर्चा
Raj Babbar Birthday: अभिनेता से नेता बने राज बब्बर आज, 23 जून को अपना 73वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. 80 के दशक में राज बब्बर ने हीरो और विलेन दोनों के रूप में खूब पॉपुलैरिटी बटोरी थी. वे बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे. उन्हें एक्टिंग में इंटरेस्ट था इसलिए 1975 में उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया और एक्टिंग कोर्स पूरा करते ही उन्होंने दूसरी फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने बॉलीवुड में 1,560 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया है. उनकी पहली फ़िल्म किस्सा कुर्सी का थी, जो 1977 में रिलीज़ हुई थी. अपने करियर के 46 सालों में राज कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहे हैं और 70 के दशक के आखिर और 80 के दशक की शुरुआत में पंजाबी सिनेमा को आकार देने में भी उनका अहम योगदान रहा है. विलेन से लेकर हीरो तक सभी रोल में फिट हो जाते थे राज बब्बरराज बब्बर को असली पहचान फिल्म इंसाफ का तराजू से मिली थी. जिसमें उन्होंने निगेटिव रोल निभाया था. इस फिल्म के रिलीज होते ही राज बब्बर डायरेक्टर बीआर चोपड़ा के फेवरेट हीरो बन गए थे. 80 के दशक में राज बब्बर ऐसे एक्टर थे जो विलेन से लेकर हीरो तक सभी रोल में आसानी से फिट हो जाते थे. वह प्रेम गीत, उमराव जान, निकाह, अगर तुम ना होते, मजदूर, मेहंदी, आज की आवाज, हकीकत, सौ दिन सास के, सलमा, कॉरपोरेट, बॉडीगार्ड, कर्ज, फैशन, साहेब बीवी और गैंगस्टर 2, बुलेट राजा और तेवर जैसी फिल्मों के लिए मशहूर हैं. शादी शुदा होने के बावजूद चलाय़ा एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयरअपनी फिल्मों की तरह राज बब्बर की पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में रही है. उन्होंने दो शादियां की थी. कहा जाता है कि 1975 में नादिरा से पहले से शादीशुदा और दो बच्चों के पिता होने के बावजूद राज का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था. वह अभिनेत्री स्मिता पाटिल से इतना प्यार करते थे कि उन्होंने सबको नजरअंदाज कर उनके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया था. इसके लिए राज बब्बर की काफी आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 80 के दशक में एक्टर के कदम भटक गए थे. इस दौरान उनका स्टारडम अपने पीक पर था. साल 1984 की बात है जब राज बब्बर और स्मिता पाटिल पहली बार मिले थे, उसी साल रिलीज हुई फिल्म आज की आवाज के दौरान राज और स्मिता करीब आए थे. दूसरी पत्नी की मौत के बाद पहली बीवी के पास लौट आए थे राजहिंदू धर्म के अनुसार पहली पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी की अनुमति नहीं है. लेकिन, राज बब्बर ने अपनी पहली पत्नी नादिरा और अपने दो बच्चों को छोड़ दिया और अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना स्मिता पाटिल से शादी कर ली थी. उनकी शादी के कुछ साल बाद, उनके बेटे प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ था. हालांकि स्मिता पाटिल की मौत उनके बेटे को जन्म देने के दो हफ्ते बाद 13 दिसंबर 1986 को हो गई थी. स्मिता की मृत्यु के बाद, अभिनेता अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास लौट आए थे. नादिरा और राज बब्बर के बच्चे जूही और आर्य हैं. स्मिता संग रिश्ते को लेकर क्या बोले थे राज बब्बरइससे पहले टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में, अभिनेता ने कहा, "स्मिता अप्रत्याशित रूप से मेरी ज़िंदगी में आईं थीं. जब मैं पहली बार स्मिता पाटिल से मिला, तो मुझे लगा कि उनके किरदार में गहराई है. वह आम तौर पर बहुत मिलनसार थीं और कभी-कभी मुझसे सलाह लेती थीं. धीरे-धीरे, हमारे बीच एक इंटीमेट रिश्ता बन गया था. स्मिता के साथ मेरा रिश्ता नादिरा के साथ समस्याओं का नतीजा नहीं था- यह बस हुआ. नादिरा मेरी भावनाओं को समझने के लिए काफी मैच्योर थीं." ये भी पढ़ें:-OTT This Week: इस हफ्ते ओटीटी पर मिलेगी एंटरटेनमेंट की तगड़ी डोज, रिलीज हो रही 'पंचायत 4' से 'स्किवड गेम 3' तक

Raj Babbar Birthday: अभिनेता से नेता बने राज बब्बर आज, 23 जून को अपना 73वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. 80 के दशक में राज बब्बर ने हीरो और विलेन दोनों के रूप में खूब पॉपुलैरिटी बटोरी थी. वे बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे. उन्हें एक्टिंग में इंटरेस्ट था इसलिए 1975 में उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया और एक्टिंग कोर्स पूरा करते ही उन्होंने दूसरी फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने बॉलीवुड में 1,560 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया है. उनकी पहली फ़िल्म किस्सा कुर्सी का थी, जो 1977 में रिलीज़ हुई थी. अपने करियर के 46 सालों में राज कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहे हैं और 70 के दशक के आखिर और 80 के दशक की शुरुआत में पंजाबी सिनेमा को आकार देने में भी उनका अहम योगदान रहा है.
विलेन से लेकर हीरो तक सभी रोल में फिट हो जाते थे राज बब्बर
राज बब्बर को असली पहचान फिल्म इंसाफ का तराजू से मिली थी. जिसमें उन्होंने निगेटिव रोल निभाया था. इस फिल्म के रिलीज होते ही राज बब्बर डायरेक्टर बीआर चोपड़ा के फेवरेट हीरो बन गए थे. 80 के दशक में राज बब्बर ऐसे एक्टर थे जो विलेन से लेकर हीरो तक सभी रोल में आसानी से फिट हो जाते थे. वह प्रेम गीत, उमराव जान, निकाह, अगर तुम ना होते, मजदूर, मेहंदी, आज की आवाज, हकीकत, सौ दिन सास के, सलमा, कॉरपोरेट, बॉडीगार्ड, कर्ज, फैशन, साहेब बीवी और गैंगस्टर 2, बुलेट राजा और तेवर जैसी फिल्मों के लिए मशहूर हैं.
शादी शुदा होने के बावजूद चलाय़ा एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर
अपनी फिल्मों की तरह राज बब्बर की पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में रही है. उन्होंने दो शादियां की थी. कहा जाता है कि 1975 में नादिरा से पहले से शादीशुदा और दो बच्चों के पिता होने के बावजूद राज का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था. वह अभिनेत्री स्मिता पाटिल से इतना प्यार करते थे कि उन्होंने सबको नजरअंदाज कर उनके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया था. इसके लिए राज बब्बर की काफी आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 80 के दशक में एक्टर के कदम भटक गए थे. इस दौरान उनका स्टारडम अपने पीक पर था. साल 1984 की बात है जब राज बब्बर और स्मिता पाटिल पहली बार मिले थे, उसी साल रिलीज हुई फिल्म आज की आवाज के दौरान राज और स्मिता करीब आए थे.
दूसरी पत्नी की मौत के बाद पहली बीवी के पास लौट आए थे राज
हिंदू धर्म के अनुसार पहली पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी की अनुमति नहीं है. लेकिन, राज बब्बर ने अपनी पहली पत्नी नादिरा और अपने दो बच्चों को छोड़ दिया और अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना स्मिता पाटिल से शादी कर ली थी. उनकी शादी के कुछ साल बाद, उनके बेटे प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ था. हालांकि स्मिता पाटिल की मौत उनके बेटे को जन्म देने के दो हफ्ते बाद 13 दिसंबर 1986 को हो गई थी. स्मिता की मृत्यु के बाद, अभिनेता अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास लौट आए थे. नादिरा और राज बब्बर के बच्चे जूही और आर्य हैं.
स्मिता संग रिश्ते को लेकर क्या बोले थे राज बब्बर
इससे पहले टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में, अभिनेता ने कहा, "स्मिता अप्रत्याशित रूप से मेरी ज़िंदगी में आईं थीं. जब मैं पहली बार स्मिता पाटिल से मिला, तो मुझे लगा कि उनके किरदार में गहराई है. वह आम तौर पर बहुत मिलनसार थीं और कभी-कभी मुझसे सलाह लेती थीं. धीरे-धीरे, हमारे बीच एक इंटीमेट रिश्ता बन गया था. स्मिता के साथ मेरा रिश्ता नादिरा के साथ समस्याओं का नतीजा नहीं था- यह बस हुआ. नादिरा मेरी भावनाओं को समझने के लिए काफी मैच्योर थीं."
ये भी पढ़ें:-OTT This Week: इस हफ्ते ओटीटी पर मिलेगी एंटरटेनमेंट की तगड़ी डोज, रिलीज हो रही 'पंचायत 4' से 'स्किवड गेम 3' तक
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