शादीशुदा जिंदगी की उलझनों ने डूबा दिया करियर
भजन भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान प्राप्त करता है इसलिए आज भी कई घरों में सुबह की शुरुआत ही भगवान के भजनों से होती है। डिजिटल जमाने के इस युग में लोग फोन से ही भजन सुनना ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में हम बात कर रहे हैं एक ऐसे सिंगर की जिन्होंने पाकिस्तान से भारत आकर भजन को इस लेवल पर मशहूर कर दिया कि उन्हें भारत में भजन सम्राट के रूप में जाना जाने लगा। हम बात कर रहे हैं हरि ओम शर्मा की।
पाकिस्तान में जन्म हुआ था हरिओम शर्मा का
हरिओम शर्मा का जन्म 26 सितंबर 1932 में पाकिस्तान के शहर लाहौर में हुआ था। हरिओम शर्मा हिंदू मोहल्ले में रहते थे जिस कारण उनके दिन की शुरुआत ही भजन कीर्तन को सुनते हुए होती थी वह हमेशा अपने मोहल्ले में योगियो के दर्शन करते रहते थे तभी से उन्हें भजन कीर्तन में काफी रुझान और गहरी आस्था पैदा हो गई। आजादी के बाद भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद हरिओम शर्मा भारत आ गए और यहां आकर भजन गाना शुरू कर दिया।
गाया हनुमान चालीसा, राम भजन समेत दर्जनों गीत
जब हरिओम शर्मा भारत आए तो वह भारत के संगीत कार्यक्रमों में बुलंदियों को छू रहे थे ।हर जगह उनकी तारीफे होती थी। 1973 में उन्होंने एचएमवी नाम की म्यूजिक कंपनी में साइन किया उस कंपनी के साथ हरिओम शर्मा ने हनुमान चालीसा राम भजन समेत अनेक भजन को गया और पूरे देश में धूम मचा दिया। लोगों की जुबान पर हर वक्त हरिओम शर्मा का गाना ही होता था। इसके आगे फिल्मी गाने भी नहीं टिकते थे।
देश विदेश में जाकर भजन गाते थे
हरिओम शर्मा के भजन सिर्फ भारत में नहीं बल्कि देश-विदेश में धूम मचा रहे थे अमेरिका यूरोप में जाकर वह भजन प्रोग्राम किया करते थे उनके नाम से ही हाउसफुल हो जाया करते थे।
पहली बार पत्नी नंदिनी से मुलाकात हुई अमेरिका में
हरिओम शर्मा की अपनी पत्नी नंदिनी से पहली मुलाकात अमेरिका के गुयाना शहर में हुई थी, जहां उन्हें भजन के लिए निमंत्रित किया गया था। उनका भजन सुनने के लिए ऑडिटोरियम पूरी तरह से भरा हुआ था उनकी भजन को लोग खड़े होकर सुन रहे थे। नंदनी भी इस प्रोग्राम में आई थी वह उसे समय संगीत सीख रही थी यहीं पर हरिओम शर्मा की दोस्ती नंदिनी के साथ हुई और दोनों के बीच प्यार हो गया। पर यहीं से शुरू होता है हरिओम शर्मा के करियर का उतार-चढ़ाव। उनकी शादीशुदा जिंदगी कुछ सही नहीं चलने लगी दोनों के बीच में काफी झगड़ा होने लगे ऐसे में हरिओम शर्मा का नाम भी गिरने लगा। इसके बाद अनूप जलोटा जैसे सिंगारे ने भजन की दुनिया में अपना नाम कमाना शुरू कर दिया।