भारत और ईरान के संबंध ठीक रहे हैं, दोनों देशों को कई चीजों ने जोड़ रखा है। लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं उस सेतु कि जिसकी वजह से ईरान और भारत के संबंध 7 दशक पुराने हैं।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी औ विदेश मंत्री सैन अमीर अब्दोल्लाहियन के हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन से कई देश दुखी नजर आए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान दुख व्यक्त किया। भारत और ईरान के संबंध ठीक रहे हैं, दोनों देशों को कई चीजों ने जोड़ रखा है। लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं उस सेतु कि जिसकी वजह से ईरान और भारत के संबंध 7 दशक पुराने हैं।
वो सेतु है मनोरंजन, बात 1972 की है संजीव कुमार की एक फिल्म आई थी। नाम था सुबह-ओ- शाम ये ईरान में शूट होने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। इसके बाद से दोनों देशों के हालात बदले, वक्त बदला, जज्बात बदले, लेकिन भारत और ईरान के बीच मनोरंजन का जो सेतु बना वो आज भी जारी है। और इसे शाहरुख खान ने और मजबूत ही कर दिया है। बता रहे हैं कि भारत और ईरान के बीच आज फिल्मी संबंध कैसे हैं और वहां शाहरुख खान की इतनी पॉपुलैरिटी क्यों है।
शारूख के दीवाने लोग
शाहरुख खान के चाहनेवाले दुनियाभर में हैं. भारत में तो उनका क्रेज दिखता है लेकिन अमेरिका, पाकिस्तान, फ्रांस और दुबई जैसे देशों में भी शाहरुख के चाहनेवाले कम नहीं हैं। इसमें एक देश ईरान भी है, बीबीसी की एक रिपोर्ट की मानें तो शाहरुख खान का क्रेज ईरान में बहुत हाई है। वहां के लोग शाहरुख खान को बहुत पसंद करते हैं। वहां पर अगर कोई हिंदुस्तानी दिखता है तो लोग उससे ऐसा पूछते हैं कि आप शाहरुख खान के देश से हैं? ज्यादा समय पुरानी बात नहीं है, ईरान के एक्टर मोहम्मद रेजा गोलज़ार एक फिल्म बना रहे थे. फिल्म का नाम था सलाम मुंबई।
वे इस फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में भारत आए थे। जब ये बात शाहरुख खान को पता चली तो उन्होंने अपनी मेहमान नवाजी दिखाई और रेजा गोलजर को डिनर के लिए इनवाइट किया। उनके साथ शाहरुख ने फिल्म की कास्ट और क्रू में शामिल कुछ अन्य कलाकारों को भी अपने घर मन्नत में बुलाया।
ईरान के साथ है भारत की कई फिल्में
साल 1945 में महबूब खान ने एक फिल्म बनाई थी. इस फिल्म का नाम हुमायूं था। फिल्म में आशोक कुमार लीड रोल में थे। इस फिल्म की खास बात ये थी कि इस फिल्म में ईरान से जुड़ी कहानी दिखाई गई थी। फिल्म को देश के बाहर भी काफी पसंद किया गया था। विदेश में इस फिल्म की पूछ थी। ये फिल्म साल 1945 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी।इसके बाद दोनों देशों ने मिलकर कुछ फिल्में भी बनाई हैं।
इसकी शुरुआत संजीव कुमार की फिल्म से हुई। फिल्म का नाम था सुबह-ओ-शाम। ये फिल्म साल 1972 में आई थी. यानि आज से 52 साल पहले, रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म के कुछ पार्ट्स की शूटिंग ईरान में हुई थी। फिल्म को ईरान में होमाए सादेत के नाम से रिलीज किया गया था। ईरानी एक्टर मोहम्मद अली फरदिन इस फिल्म में लीड रोल में थे इसमें संजीव कुमार का भी लीड रोल था। साल 2016 में सलाम मुंबई नाम की एक फिल्म आई। इस फिल्म में दीया मिर्जा लीड रोल में थी. फिल्म ने दुनियाभर में काफी अच्छी कमाई की थी और सुपरहिट रही थी।