फ़िल्म इंडस्ट्री में फिर से विशेष धर्म को अपमानित करने का आरोप लगा है। लगातार हिन्दू धर्म को फ़िल्म की आड़ में टारगेट किया जा रहा है। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की फ़िल्म ‘ब्रम्हास्त्र’ में फ़िल्म के हीरो को जूते पहनकर मंदिर जाते दिखाया है। फिल्म ‘काली’ में देवी काली के दृश्य को गलत रूप में दिखाया गया है। इसी बीच टी एम सी सांसद नुसरत जहान ने भी अपना विचार रखा है। दरसअल मुद्दा यह है कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर खूब विवाद हो रहा है। सोशल मीडिया पर फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। इस फिल्म के पोस्टर में ‘मां काली’ को सिगरेट पीते दिखाया गया है और साथ ही उनके एक हाथ में त्रिशूल तो दूसरे हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा दिखाया गया है। हिन्दू देवी की ऐसी छवि ऐसे में हिंदू धर्म का अपमान होता देख सोशल मीडिया पर #ArrestLeenaManimekalai को लोग ट्रेंड करा रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर एक इवेंट के दौरान जब नुसरत जहां से फिल्म के विवादित पोस्टर को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं कहना चाहूंगी कि धर्म को बीच में नहीं लाना चाहिए। कम से कम इसे तो बेचने लायक मत बनाइए। किसी भी कीमत पर लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं की जानी चाहिए। क्रिएटिविटी और धर्म को अलग ही रखना चाहिए।
नुसरत जहां संग भी हो चुका है ऐसा वाक्या लोगों के रोष की शिकार बन चुकी है।
करीब दो साल पहले नुसरत जहां ने भी मां दुर्गा की तरह ड्रेस पहनकर एक स्पेशल फोटोशूट कराया था और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसकी वजह से काफी हंगामा भी मचा था। उस समय लोगों ने उन पर धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया था। उत्तरप्रदेश में भी फ़िल्म निर्देशक लीना को लेकर माहौल गर्म है उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की जा रही है।
डाक्यूमेंट्री फ़िल्म काली को लेकर नुसरत जहान का बयान
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