मुंबई (अनिल बेदाग) : आप उसके फौलादी जिस्म को ना देखो। उसकी भावनाओं को समझो जिसे वह महसूस करता है। वह प्यार जिसने उसको ताकत दी है, दीवानगी पैदा की है और प्यार की इस दीवानगी में वह कुछ भी कर सकता है। हदों को तोड़ती उसकी दीवानगी ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। अब आगे क्या! ये है प्यार में डूबे पार्थ का एक किरदार, जिसकी दीवानी है मीरा। उसकी नज़रों में प्यार ही पूजा है और प्यार ही पागलपन। पार्थ के प्रति उसका दीवानापन ही धारावाहिक “दीवानी” का केंद्रबिंदु है।
कुछ किरदार निभाने काफी चुनौतीपूर्ण हैं लेकिन अभिनेता नितिन गोस्वामी अब तक चुनौतियों से ही मुकाबला करते आए हैं। अपने अडिग आत्मविश्वास से उन्होंने हर विपरीत परिस्थिति को अपने पक्ष में मोड़ा और टीवी इंडस्ट्री को दिखा दिया कि कितना दमखम है उनमें।
नितिन गोस्वामी को उनके प्रशंसक दंगल पर जल्द आने वाले उनके सीरियल “दीवानी” में देखेंगे। शो में उनका किरदार ही ऐसा है, जिसे प्यार का एहसास है, जो दिमाग से नहीं दिल से होता है। और दिल से किया जाने वाला प्यार किसी भी हद तक जा सकता है। “दीवानी” में नितिन के साथ भी ऐसा ही हुआ। क्या नितिन कानून की गिरफ्त से बाहर आ पाएगा, इसका जवाब दंगल की “दीवानी” देखने पर ही मिलेगा।
अभिनेता ने “दीवानी” में तो अपना दीवानापन दिखा दिया, लेकिन नितिन की बदमाशियां भी कम नहीं हैं। कलर्स पर प्रसारित धारावाहिक “गठबंधन” में उनके नेगेटिव रोल को देखकर दर्शकों ने दांतों तले उंगली दबा ली थी। इसके अलावा बड़े चैनलों पर प्रसारित धारावाहिक “कबूल है”, “सरोजिनी”,”कुमकुम भाग्य”, “वारिस” में भी उनके किरदार ने चौंकाने पर मजबूर कर दिया था। अभिनय कौशल ही किरदार में जान फूंकता है और नितिन ने भी वही किया। अपने किरदारों में ऐसी जान डाली कि देखने वालों के होश उड़ गए। इसी तरह होश उड़ाने वाला म्यूजिक एल्बम किया जिसका नाम था “दीवानगी में होश कहां”। कहना गलत ना होगा कि धारावाहिक हो या म्यूजिक एल्बम, नितिन की दीवानगी हर जगह नज़र आई।