14th July 2023, Mumbai: एक कोरियोग्राफर का काम होता है कि वह डांस के नये मूव और एक्ट तैयार करे. ऐसे मूव जो ओरिजिनल हों ना कि कहीं से कॉपी किए हुए. आजकल कोरियोग्राफर बहुत डिमांड में रहते हैं. समय के साथ चीजें बदली हैं और अब लोग छोटे-छोटे फैमिली फंक्शंस में भी डांस परफॉर्म करते हैं इसके लिए कोरियोग्राफर की मदद लेते हैं. हालांकि ये खाली एक एरिया है. इसके अलावा भी कोरियोग्राफर बहुत सी फील्ड्स में काम करते हैं. इसमें टीचिंग से लेकर, इंस्ट्रक्टर, फ्रीलांसर, थेरेपिस्ट, म्यूजिक एंड फिल्म-टीवी इंडस्ट्री जैसे बहुत से क्षेत्र शामिल हैं.
औपचारिक शिक्षा भी जरूर लें
इस फील्ड में औपचारिक शिक्षा का उतना महत्व नहीं है जितना आपकी रुचि और कुशलता का है. कुछ फील्ड ऐसी होती हैं जिनमें क्रिएटिविटी की जरूरत होती है जो अंदर से आती है. इसलिए आप इस फील्ड में एंट्री करें तो संबंधित कोर्स जरूर करें लेकिन प्रवेश तभी लें जब इस फील्ड में रुचि हो.
इस क्षेत्र में एंट्री के लिए बहुत से बैचलर, मास्टर, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और शॉर्ट टर्म कोर्स कर सकते हैं.
कहां से करें क्या कोर्स
कुछ कोर्स सीधे तौर पर डांस के लिए हैं तो कुछ में विभिन्न आयामों के अंतर्गत काम सिखाया जाता है. जैसे बीए डांस, बीए फाइन आर्ट्स, बीए विजुअल आर्ट्स वगैरह. अगर इंस्टीट्यूट्स की बात करें तो आईटीए स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, मैसूर विश्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव एक्सीलेंस जैसी जगहों से कोर्स किया जा सकता है.
इन पद पर कर सकते हैं काम
आर्टिस्टिक डायरेक्टर, फ्रीलांस डांस आर्टिस्ट, डांस क्रिटिक्स, योगा या पाइलेट इंस्ट्रक्टर जैसे बहुत से पद पर आप अपनी योग्यता और रुचि के मुताबिक काम कर सकते हैं. इसी प्रकार यहां मिलने वाली सैलरी भी पद और अनुभव के अनुसार भिन्न होती है. जैसे शुरुआत में साल के 2 से तीन लाख रुपये तक कमाई हो सकती है जो बाद में साल के 7 से 8 लाख तक भी पहुंच जाती है.
क्या चाहिए पात्रता
हर जगह कोर्स करने के लिए पात्रता संस्थान के मुताबिक अलग हो सकती है. इसी प्रकार कुछ इंस्टीट्यूट्स प्रवेश के लिए परीक्षा लेते हैं जबकि कुछ ऐसे ही एडमिशन दे देते हैं. मोटे तौर पर किसी भी स्ट्रीम से बारहवीं पास कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं. मास्टर्स के लिए बैचलर्स पास होना जरूरी है. ग्रेजुएशन में कई संस्थान 50 प्रतिशत अंक मांगते हैं.