‘ये है मोहब्बतें’ टेलीविजन शो से घर-घर में अपनी पहचान बनाकर लोकप्रियता हासिल करने वाली एक्ट्रेस कष्णा मुखर्जी ने दंगल टी.वी पर आ रहे उनके शो ‘शुभ शगुन’ के निर्माताओं पर बड़ा आरोप लगाया है।
कष्णा मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में खुलासा करते हुए लिखा कि, “ जब वह अस्वस्थ थी और उन्होंने शूटिंग करने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें पैसे नहीं दिए जा रहे थे तब शो के निर्माता जोर-जोर से मेकअप रुम के दरवाजे को पीटने लगे जैसे कि वो उसे तोड़ देंगे वो भी उस वक्त जब वह मेकअप रुम के अंदर अपने कपड़े बदल रही थी, आगे वो कहती हैं कि शो के निर्माताओं ने अभी भी उनके 5 महीने के पैसों का भुगतान नहीं किया है, इस बात को लेकर वह शो के निर्माता और दंगल चैनल के पास भी गई लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला”।
अभिनेत्री ने बताया कि वह इस शो में काम नहीं करना चाहती थी उन्होंने दूसरों की बातों को सुनकर यह फैसला किया था, इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना उनके जीवन का सबसे खराब फैसला था, आगे उन्होंने प्रोडक्शन हाउस और निर्माता कुंदनसिंह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो सेट पर काफी असहज एंव असुरक्षित महसूस करती थी, निर्माताओं से मिल रही धमकी के कारण ही उन्होंने चुप रहने का फैसला किया था, उन्होंने इसको लेकर कई लोगों से मदद भी मांगी लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।
एक्ट्रेस कृष्णा मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट को कैप्शन में लिखा कि ‘ इस पोस्ट को लिखते समय मेरे हाथ अभी भी कांप रहे हैं लेकिन मुझे लिखना पड़ेगा, इसके कारण मैं तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो चुकी हूं, हम अपनी भावनाओं को छिपाते हुए सोशल मीडिया पर हमेशा बेहतर पक्ष दिखाते हैं, जो कि सत्य नहीं है, मेरे परिवार के लोगों ने मुझे ऐसे न लिखने की नसीहत दी थी क्योंकि वो अभी भी डरे हुए हैं लेकिन मैंने ये फैसला किया है कि अब मैं इसे और अधिक अपने अंदर नहीं रख सकती, मैं पूरी तरह से टूट चुकी हूं, मुझे अब न्याय चाहिए।
हालांकि शो के निर्माता कुंदन सिंह ने जवाब देते हुए एक्ट्रेस के सभी दावों को झूठा एवं भ्रामक बताया है, उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि ‘यह देखकर बहुत दुख होता है कि कुछ लोगों के लिए झूठे आरोप लगाना कितना आसान है, मुझे यह स्पष्ट करना चाहिए कि लगाए गए सभी आरोप झूठे और तुच्छ हैं, और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, सभी आरोप मुझे बदनाम एवं मेरी छवि धूमिल करने के लिए लगाए गए हैं।
रिपोर्ट – आशीष रंजन