नवाजुद्दीन सिद्दीकी और उनकी पत्नी आलिया सिद्दीकी के बीच काफी समय से अनबन की खबरे सुर्खियों में हैं. इस बीच एक्टर ने कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर अपने दो बच्चों (12 साल की बेटी और 7 साल का बेटा) की जगह के बारे में पता लगाने की मांग की थी. नवाज के दोनों बच्चे उनकी अलग रह रही पत्नी की कस्टडी में हैं. वहीं अब इस मामल में बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और उनकी पत्नी आलिया को सलाह दी है कि वे अपने बच्चों से संबंधित मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लें.
नवाज और उनकी पत्नी को कोर्ट ने दिया ये आदेश
पिंकविला की खबर के मुताबिक जस्टिस ए एस गडकरी और पीडी नाइक की बेंच ने नवाज और उनकी पत्नी को अपने मुद्दों को हल करने के लिए एक-दूसरे से बात करने के लिए कहा है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा. “एक दूसरे के साथ बात करें और पिता और बच्चों के बीच कम्यूनिकेशन और मुलाक़ात के अधिकारों को व्यवस्थित करें. अगर इस पर काम किया जा सकता है, तो अच्छा है…मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाएं…मुद्दों को सुलझाएं.”
नवाज के बच्चे दुबई में नहीं हैं
अदालती कार्यवाही के दौरान, नवाज़ के वकील प्रदीप थोराट ने भी जजों की बेंच को इन्फॉर्म किया कि नवाज को यही लग रहा था कि उनके बच्चे दुबई में हैं लेकिन उन्हें हाल ही में उनके स्कूल से एक मेल मिला है जिसमें दावा किया गया है कि उनके बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं. वहीं जब नवाज की पत्नी आलिया सिद्दीकी के वकील से इस बारे में पूछताछ की गई, तो उन्होंने क्लियर किया कि बच्चे अपनी मां के साथ हैं और वे उन्हें छोड़कर दुबई नहीं जाना चाहते हैं. वकील ने कहा, “वे यहां अपनी एजुकेशन जारी रखना चाहते हैं.”
नवाज को बच्चों के रहने की जगह और एजुकेशन की है चिंता
पीठ ने इसके बाद नवाज की अलग रह रही पत्नी आलिया से अगले हफ्ते तक बच्चों की एजुकेशन के संबंध में क्या फैसला किया गया है इसे लेकर कोर्ट को इन्फॉर्म करने के लिए कहा है. अदालत ने कहा, “हम केवल यह जानना चाहते हैं कि बच्चों की एजुकेशन डिस्टर्ब नहीं हो रही है. वह (सिद्दीकी) बच्चों के रहने की जगह और स्कूली शिक्षा को लेकर परेशान हैं.