बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना का आज 81वा जन्मदिन है. अभिनेता ने अपने अभिनय से लोगों के दिलों पर कई सालों तक राज किया भले ही वह आज हमारे बीच नहीं है लेकिन जनता के दिलों में उनके लिए प्यार अभी भी जिंदा है.
उनके डायलॉग ‘बाबू मोशई जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं’ आज भी लोगों के जुबान पर है. वह अभिनेता के साथ-साथ एक फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ भी थे. राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 में पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनका असली नाम राजेश नहीं जतिन खन्ना है. उन्हें फिल्मों में काम करने की रुचि नहीं थी लेकिन उनके अंकल चाहते थे कि राजेश खन्ना फिल्मों में काम करें. उन्हीं के कहने पर फिल्म में आने के लिए जतिन ने अपना नाम राजेश रखा. उन्होंने फिल्मी अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से शादी की. उनकी उनकी दो बेटियां हैं ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना. राजेश खन्ना फिल्मों में आने से पहले थिएटर करते थे. उनके दोस्त उन्हें बहुत ही पसंद करते थे इसलिए हर फंक्शन पर उनसे थिएटर करने की मांग करते थे. साल 1966 में चेतन आनंद की फिल्म ‘आखिरी बात’ से उन्होंने फिल्मी जगत में अपना कदम रखा. उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक ब्लॉकबस्टर फिल्में देने लगे.
बॉलीवुड में पहले 17 ब्लॉकबस्टर देने वाले अभिनेता का रिकॉर्ड इन्होंने अपने नाम किया. इसके बाद बॉलीवुड में सबसे पहले सुपरस्टार कहलाए.राजेश खन्ना की फिल्मों की बात करें, तो ‘आराधना’, ‘दो रास्ते’, ‘खामोशी’, ‘सच्चा झूठा’ , ‘गुड्डी’, ‘कटी पतंग’, ‘सफर’ , ‘दाग अमर प्रेम’, ‘राज’, ‘औरत’, ‘बहारों के सपने’, ‘इत्तेफाक’, ‘डोली’ जैसी एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं . हिंदी सिनेमा को ऊंचाइयों पर पहुंचने में इनका भी बड़ा हाथ था. फिल्मों के साथ-साथ राजेश खन्ना राजनीति में भी दिलचस्पी रखते थे. ज्यादा लोग उन्हें बतौर अभिनेता ही जानते हैं लेकिन उन्होंने राजनीति में भी अपना हाथ आज माया था वह कांग्रेस पार्टी से नेता थे. आज राजेश खन्ना के साथ-साथ उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना का भी जन्मदिन है जो की मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार की पत्नी है. उन्होंने 18 जुलाई 2012 को दुनिया को अलविदा कह दिया और जनता के दिलों में अमर बन गए. 2013 में उन्हें सरकार के द्वारा पदम भूषण से सम्मानित किया गया.
-Daisy